दिल्ली अपराध शाखा ने जमात को भेजा दूसरा नोटिस, मौलाना साद को लेकर चौंकाने वाला खुलासा

 


दिल्ली अपराध शाखा ने जमात को भेजा दूसरा नोटिस, मौलाना साद को लेकर चौंकाने वाला खुलासा



सार


-पदाधिकारियों के भूमिगत होने से क्राइम ब्रांच की बढ़ी मुश्किलें
-मरकज के मौलाना साद ने सभी पदाधिकारियों के सेल्फ आइसोलेशन में होने की दी जानकारी 
-निजामुद्दीन मरकज पहुंचकर स्थानीय लोगों से जुटाई जा रही जानकारी

 

विस्तार


निजामुद्दीन मकरज में मौलाना साद को क्राइम ब्रांच ने उसके वकील के माध्यम से सोमवार को दोबारा नोटिस भेजकर जवाब-तलब किया है। नोटिस में मौलाना से मकरज से जुड़े पदाधिकारियों की जानकारी मांगी गई है।
 

नोटिस के जवाब में मौलाना ने सभी पदाधिकारियों के सेल्फ आइसोलेशन में होने की जानकारी दी है। इस जवाब के बाद क्राइम ब्रांच की टीम सभी पदाधिकारियों के दर्ज पते का सत्यापन कराएगी। पुलिस को आशंका है कि सभी पदाधिकारी अपने घरों पर न होकर कहीं अज्ञात स्थान पर भूमिगत हो गए हैं।

किसी भी तरह के आयोजन पर दिल्ली में रोक होने के बावजूद निजामुद्दीन मरकज में तब्लीगी जमात का आयोजन करने वाले मौलाना साद का अबतक कुछ पता नहीं लग पाया है। 

क्राइम ब्रांच ने मौलाना को पहले जारी किए हुए नोटिस में 26 सवाल पूछे थे। जिसके जवाब में मौलाना ने खुद के सेल्फ आइसोलेशन में होन की जानकारी दी। मौलाना ने मरकज खुलने के बाद बाकी के सवालों के जवाब देने के लिए कहा था।


नोटिस को लेकर हुआ ये बड़ा खुलासा



मौलाना के इस जवाब के बाद क्राइम ब्रांच ने उसे दूसरा नोटिस जारी कर मरकज से जुड़े पदाधिकारियों की जानकारी मांगी है। नोटिस के जवाब में मौलाना की ओर से सभी पदाधिकारियों के सेल्फ आइसोलेशन में होने की जानकारी दी गई है। पुलिस अब पदाधिकारियों के दर्ज पते पर सेल्फ आइसोलेशन का सत्यापन करने जाएगी। आशंका जताई जा रही है कि ज्यादातर पदाधिकारी अपने घरों से फरार हैं।

नोटिस में मौलाना के शामिल होने का जिक्र तक नहीं

क्राइम ब्रांच ने जो नोटिस मौलाना साद को भेजा है उसके बारे में सबसे चौंकाने वाली बात सामने निकल कर आ रही है। सूत्रों का कहना है कि नोटिस में मौलाना से केवल सवालों के जवाब देने को कहा है। लेकिन मौलाना साद को जांच में शामिल होने का कहीं जिक्र नहीं किया गया है। जबकि क्राइम ब्रांच का कहना है कि वह मौलाना की गिरफ्तारी का प्रयास कर रही है। उसकी गिरफ्तारी के लिए कई संभावित ठिकानों पर छापेमारी किए जाने का दावा किया जा रहा है।